हिसार श्री राकेश कुमार आर्य,, पुलिस महानिरीक्षक,हिसार मंडल ने मंडल स्तर पर चलाये जा रहे ड्रग एवं हिंसा मुक्त, मेरा गांव मेरी शान अभियान के तहत किये जा रहे कार्यो की समीक्षा की। समाज मे ड्रग की बढ़ती विकृति पर अंकुश लगाने के लिये इस विशेष अभियान की शुरुआत 24 दिसम्बर 2021 को फतेहाबाद जिले के गांव हिजरावा कलां से की थी।
लगभग एक वर्ष पूरा होने पर टीम द्वारा इस दिशा मे किये गये प्रयासो, मिले परिणामों व धरातल पर हुए बदलाव बारे गहनता से समीक्षा की गई। हिसार मंडल के सभी जिलो से आई टीमों व पर्यवेक्षण अधिकारियो से इस दिशा मे अ पनी प्रेजेंटेशन दी व अपने -अपने जिले मे आगामी कार्य योजना बारे भी बतलाया।

उक्त विशेष अभियान के तहत टीमों ने मंडल स्तर पर ड्रग एवं हिंसा से प्रभावित चयनित 55 गांवो मे 1187 ऐसे लोगो की पहचान की है जो ड्रग के सेवन के आदी हो चुके थे। पुलिस टीम ने इन गांवों का डोर-टू-डोर सर्वे कर यह आंकड़ा एकत्रित किया है। इनमें से कुछ लोग प्रथम स्टेज मे थे। पुलिस टीम ने इन लोगों की पहचान कर काउंसलिंग करवाई व जरुरतनुसार इनको दवा दिलवाई। मंडल स्तर पर पुलिस ने 1048 लोगों की काउंसलिंग करवाई। जिन लोगों को दवा की जरुरत थी उन्हे जिलें के नागरिक अस्पतालो से दवा दिलवाई गई । पुलिस टीम के प्रयासों से 601 लोग सरकारी अथवा निजी अस्पतालो मे अपना उपचार करवा रहे है । लोगो को जागरुक किया गया कि नशे की लत एक बीमारी है व इसका डाक्टरी इलाज संभव है ।
पुलिस टीम ने इन गांवो मे ड्रग की तस्करी करने वालो को भी चिन्हित किया व 400 ऐसे लोगो की सूची तैयार की जो ड्रग तस्करी के मामले मे सदिग्ध है, जिनमे से मंडल के विभिन्न जिलो की एन्टी नारकोटीक सैल ने 111 मुकदमे दर्ज कर 146 लोगो को गिरफ्तार किया है। हिसार मंडल मे पीरावाला मे सबसे ज्यादा रेड की गई, अभियान के तहत पीरावाली गावं मे इस वर्ष के दौरान एनडीपीएस एक्ट के तहत 21 मुकदमे दर्ज किये गये व 24 लोगो को ड्रग तस्करी के जुर्म मे गिरफ्तार किया गया। गांव पीरावाली व ड्रग तस्करी मे सदिंग्ध गावों पर लगातार सख्ती बरतने के निर्देश दिये गये । उन्होंने ऐसे लोगो की भी पहचान कर सूची बनाने के निर्देश दिये गये जो तस्करो या अन्य अनैतिक कार्य करने वालों के हितैषी है, पुलिस से मिलीभगत कर गलत कार्य करने वालों को सरंक्षण देते है ।
इस अभियान के तहत गठित टीमों ने चिन्हित किये गये मंडल स्तर पर 55 गांवो में 1548 दौरे किये है व लगभग 1 लाख 90 हजार व्यक्तियो से संवाद कर उन्हे ड्रग के विरुद्ध एकजुट करने का काम किया है। इस अभियान के तहत पुलिस टीमो ने आम जन व युवाओ की समाजिक कार्यो व खेलो मे रुची पैदा करने की दिशा मे कार्य करते हुये 108 स्पोर्टस एवं सास्कृतिक कार्यक्रम आयोजिक करवाये है। अलग-अलग गांवो मे आयोजित कार्यक्रमो मे लगभग 30 हजार युवाओ ने भाग लिये व पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित करवाये गये।
आईजी मंडल ने अभियान के तहत कार्यरत टीमो व पर्यवेक्षण अधिकारियो के कार्यो की समीक्षा उपरान्त जरुरी दिशा निर्देश दिये-

1.टीम के पर्यवेक्षण अधिकारी टीम के कार्यो को लिये आगामी साप्ताहिक समय सारणी तैयार करेगे उसी के अनुरूप टीम कार्य करेगी।
2.टीम चिन्हित किये गये गांवो मे सप्ताह मे एक दिन देर शांयकाल तक गांवो मे रुकेगी जिससे गांवो के माहौल का पता चलेगा व गांव मे असमाजिक गतिविधियों पर भी अंकुश लगेगा ।
- टीम के पर्यवेक्षण अधिकारी टीम के सप्ताहिक कार्यों की रिपोर्ट प्राप्त कर समीक्षा करेंगे व इन गांवो का दौरा कर कार्यो की फीडबैक लेगे।
- जो गांव ड्रग मुक्त हो चुके है उन गांवो का आईजी कार्यालय की टीम पूर्णरुप से पड़ताल के बाद इस उपलब्धि बारे गांव मे मुनादी करवाई जायेगी व ग्राम पंचायत व इस दिशा मे बनी कमेटी को इस उपलब्धी बारे अवगत करवा कर आगे यह जिम्मेदारी उन्हे दी जायेगी।
- गांव मे इस कार्य मे सहयोग के लिये बनी कमेटियो को रिव्यु करेगे व नई पंचायतो को उनके गांवो मे ड्रग जैसी विकृति से मुक्त करने के लिये इस दिशा मे कार्य के लिये प्रेरित करेगे। उन्होंने कहा की लोगो को ड्रग के कुप्रभावो बारे ज्यादा से ज्यादा जागरुक करे, सभी लोग ड्रग के विरुद्ध एकजुट होगे तभी हमे इस इस दिशा मे सफलता मिलेगी, उन्होने टीम मे कार्य करने वाले पुलिस कर्मचारियो से कहा कि किसी भटके युवा को सही दिशा देने से बडा परोपकार का कार्य नही हो सकता। अत पूर्ण निष्ठा से सेवाभाव कार्य करे तब हम जनता का विश्वास जीत पायेगे ।
